1) पुँजी (Capital):- व्यवसाय के मालिक द्वारा या साझेदारो से व्यापार प्रारंभ करते समय या व्यापार को सूचारु रुप से चलाने के लिए जो पैसा, माल, या सम्पत्ति व्यवसाय को प्राप्त होती है, उसे उस व्यवसाय की पुॅंजी कहते है । Capital A/c हमेशा Credit होता है।
माना यदि विक्रम जो की व्यवसाय का मालिक है यदि व्यवसाय की शुरुआत 20000 रु नगद एवं 30000 के Furniture से करता है, तो इसकी निम्न Journal Entry करेगे-
Cash A/c Dr. 20000
Furniture A/c Dr. 30000
To Vikram Capital A/c Cr. 50000
2) आहरण(Drawing):- व्यवसाय के मालिक या साझेदारों को उनके व्यक्तिगत उपयोग के लिए जो पैसा माल या सम्पत्ति वापस दी जाती है उसे उस व्यवसाय का आहरण कहते है। Drawing A/c हमेशा debit होता है।
माना यदि विक्रम जो की व्यवसाय का मालिक है यदि अपने व्यक्तिगत उपयोग के लिए 5000 नगद एवं 8000 का Furniture लेता है तो इसकी निम्न Journal Entry करेंगे-
Vikram Drawing A/c Dr. 13000
To Cash A/c Cr. 5000
To Furniture A/c Cr. 8000