Adjustment (समायोजन)
किसी व्यापारी का वित्तिय वर्ष 1 April से 31 March तक होता है। जिसे व्यापारिक वर्ष भी कहा जाता है। Accounting के नियमानुसार प्रत्येक वित्तिय वर्ष कि आय एवं खर्च उसी वर्ष में Tally में डालना चाहिए ना कि किसी अन्य वर्ष अर्थात अगले या पिछले वर्ष में, इसी प्रकार अगले वर्ष से संबंधित आय या खर्च अगले वर्ष में हि जाना चाहिए ना कि वर्तमान वर्ष में। इस नियम कि पुर्ति हेतु मार्च अंत में कुछ Entries कि जाती है जिसे समायोजन कहते है।
कुछ मुख्य समायोजन निम्न लिखित है-
1. अदत्त खर्च (Unpaid Expenses)
2. पूर्वदत्त खर्च (Prepaid Expenses)
3. उपार्जित आय (Accrued Income)
4. अनुपार्जित आय (Advance Income)
5. हास (Depreciation)
6. पूँजी पर ब्याज (Interest on Capital)
7. आहरण पर ब्याज (Interest on Drawing)
8. डूबत खाता (Bad Debts)
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