बुधवार, 21 मार्च 2018

Tally 6

1) पुँजी (Capital):- व्‍यवसाय के मालिक द्वारा या साझेदारो से व्‍यापार प्रारंभ करते समय या व्‍यापार को सूचारु रुप से चलाने के लिए जो पैसा, माल, या सम्‍पत्ति व्‍यवसाय को प्राप्‍त होती है, उसे उस व्‍यवसाय की पुॅंजी कहते है । Capital A/c हमेशा Credit होता है। 

माना यदि विक्रम जो की व्‍यवसाय का मालिक है यदि व्‍यवसाय की शुरुआत 20000 रु नगद एवं 30000 के Furniture से करता है, तो इसकी निम्‍न Journal Entry करेगे-

Cash A/c Dr.                                  20000
Furniture A/c Dr.                           30000
    To Vikram Capital A/c Cr.                              50000

2) आहरण(Drawing):- व्‍यवसाय के मालिक या साझेदारों को उनके व्‍यक्तिगत उपयोग के लिए जो पैसा माल या सम्‍पत्ति वापस दी जाती है उसे उस व्‍यवसाय का आहरण कहते है। Drawing A/c हमेशा debit होता है। 

माना यदि विक्रम जो की व्‍यवसाय का मालिक है यदि अपने व्‍यक्तिगत उपयोग के लिए 5000 नगद एवं 8000 का Furniture लेता है तो इसकी निम्‍न Journal Entry करेंगे-  

   Vikram Drawing A/c Dr.                       13000
                                  To Cash A/c Cr.                    5000
                                  To Furniture A/c Cr.             8000
 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Fundamentals of Computer

Reversing Journal Voucher

  Reversing Journal Voucher एक प्रकार से नकली Vouchers होते है जो कि हम Final Accounts में किसी Data को Add करने के लिए बनाए जाते है ताकि ...