2. Profit & Loss A/c
लाभ-हानि खाता बनाने का प्रमुख उद्देश्य व्यवसाय के शुद्ध लाभ (Net Profit) या शुद्ध हानि (Net Loss) की जानकारी प्राप्त करना है। चूँकि व्यापार खाते से सकल लाभ(Gross Profit) या सकल हानि (Gross Los) का ही पता चलता है, अतः लाभ-हानि खाता बनाना आवश्यक है।
यह वर्ष के अंत में व्यापार खाता (Trading A/c) बनाने के पश्चात तथा चिट्ठा(Balance Sheet) बनाने के पहले बनाया जाता है।
Profit And Loss Account के निम्नलिखित उद्देश्य है :
- लाभ-हानि खाते को तैयार करने का प्रमुख उद्दैश्य व्यवसाय के शुद्ध लाभ या हानि को जानकारी प्राप्त करनी है।
- लाभ-हानि खाता प्रत्येक वर्ष तैयार किया जाता है, फलतः चालू वर्ष के लाभ-हानि की तुलना गत वर्षों के लाभ-हानि से करके व्यापार की वास्तविक स्थिति की जानकारी होती है।
- चालू लाभ-हानि खाते के व्ययों की तुलना पिछले वर्षों के व्ययों से की जा सकती है, इसी प्रकार प्रत्येक व्यय का शुद्ध लाभ से प्रतिशत भी ज्ञात किया जा सकता है। व्यय की राशि के अधिक होने पर उस पर नियंत्रण लगाया जा सकता है।
Notes :
चूँकि व्यापार खाते से सकल लाभ या सकल
हानि का ही पता चलता है, अतः लाभ-हानि खाता बनाना आवश्यक है।
Profit And Loss Account के Debit Side
में निम्नलिखित मदों (Items) को लिखा जाता है
- Office Expense (कार्यालय व्यय ) : कार्यालय से सम्बंधित खर्चों को Office Expense कहा जाता है।
Office Expense में
निम्नलिखित खर्चों को शामिल किया
जाता है :
- Salaries (वेतन)
- Office Rent (कार्यालय का किराया )
- Office Lighting (कार्यालय का रौशनी)
- Printing Charges (छपाई व्यय)
- Stationery ( लेखन सामग्री)
- Telephone Expenses ( दूर भाष व्यय )
- Audit Fees (अंकेक्षण शुल्क)
- Selling Expenses (विक्रय व्यय ) : विक्रय से सम्बंधित खर्चों को Selling Expenses कहा जाता है।
Selling Expenses में
निम्नलिखित खर्चों को शामिल किया
जाता है :
- Carriage Out Ward (वाहरी भाड़ा)
- Advertising Expense(विज्ञापन व्यय)
- Commission (कमीशन)
- Sales Tax (विक्रय कर)
- Other Expenses (अन्य व्यय ) : कार्यालय एवं विक्रय से सम्बंधित खर्चों के अतिरिक्त होने वाले खर्चों को Other Expenses कहा जाता है।
Other Expenses में
निम्नलिखित खर्चों को शामिल किया
जाता है :
- Interest On Loan ( ऋण पर ब्याज)
- Interest On Bank Loan ( बैंक ऋण पर ब्याज )
- Losses (हानियाँ) : धन में होने वाली क्षति को Losses कहा जाता है ।
Losses में
निम्नलिखित खर्चों को शामिल किया
जाता है :
- Bad Debts (अप्राप्य ऋण)
- Depreciation (ह्रास)
- Discount Allowed (छुट दिया गया)
**********************************************
Profit And Loss Account के Credit Side में
निम्नलिखित मदों को लिखा जाता है :
- Gross Profit ( सकल लाभ)
- Incomes (आमदनी )
Incomes में
निम्नलिखित मदों को शामिल किया
जाता है :
- Rent Received (प्राप्त किराया )
- Interest Received (प्राप्त ब्याज)
- Commission (प्राप्त कमीशन)
Notes :
Profit
And Loss Account में Debit तरफ कम होने पर लाभ होता है, इसे Net Profit कहा जाता है।
Profit
And Loss Account में Credit तरफ कम होने पर हानि होता है, इसे Net Loss कहा जाता है।